dream life
हमारी दुनियाँ,सपनों की दुनियाँ
1. HOLE LIFE GOAL(संपूर्ण जीवन का लक्ष्य) ये लक्ष्य आपका 10 साल से 50 साल के बीच होना चाहिए। यह ऐंसा लक्ष्य है जिसमे आप डिसाइड करते हैं कि आप मरने के बाद क्या (LEGACY)विरासत छोड़कर जाने वाले हैं दुनिया के लिए। ये तो करना ही पड़ेगा आपको। यदि आपने ऐंसा लक्ष्य नहीं बनाया,तो आपको पता है ? आने वाले 200-300 सालों बाद आपका अस्तित्व दुनिया से मिट गया होगा। किसी को पता भी नहीं होगा तब की आप धरती पर पैदा भी हुए थे। यार क्या आप अपने खिलाफ इतना बड़ा अन्याय होने देंगे। नहीं न ? तो इसके लिए क्या करेंगे आप ?
इन्ही सवालों के जवाबों के लिए तो हमने बनाया है। हमारी दुनिया,सपनो की दुनिया को। जहाँ पर हम आपकी लाइफ के उन अनछुए पहलुओं से आपको अवगत कराएँगे जिनके बारे मै आपने कभी सोचा भी नहीं था। जैसे-जैसे आप इस सफर में आगे बढ़ते जायेंगे। आप डूबते चले जायेंगे हमारी दुनिया,सपनो की दुनिया में।
यदि आपको इस धरती पर अपनी छाप छोड़कर जाना है। तो आपको हमारे द्वारा बताया गया यह फर्स्ट टारगेट सेट करना पड़ेगा। आप धरती पर अभी चाहे जिस उम्र के हों,चाहे जिस जगह से हों। आपकी लाइफ में चमत्कार करेंगे हमारे ये सिद्धांत। अगर आप बूढ़े हैं और भरोषा कर रहे हैं की आप 10 साल नहीं टिक सकते। तो विश्वास कीजिये और टारगेट सेट कीजिये हमारे साथ। भगवान को मजबूरन आपकी सांसें बढ़ानी पड़ेंगी।
मौत उसी की होती है,जिसके पास कोई लक्ष नहीं होता,सफलता की तीव्र इक्षा नहीं होती। मैं ये बात इसलिए दावे के साथ कह रहा हूँ। क्योकि इतिहास में जितने भी लोग सफल हुए हैं। उनकी मौत उनकी सफलता के बाद ही हुयी है। ध्यान रखना। अगर आपको अभी भी इस बात पर यकीन न हो,तो मैं आपको दूसरा अब्यास दे रहा हूँ।
दुनिया में जितनी भी दुर्घटनाएं हो रहीं हैं। उन लोगों की हिस्ट्री उठाकर देख लो। देश की सेवा में लगे लोगों को छोड़कर जिन्हे अपना फर्ज निभाने की लिए जान जोखिम में डालनी पड़ती है। इनके अलावा जो भी मौते हो रहीं हैं बहुत कम लोगों के पास जीवन का लक्ष्य मिलेगा आपको। यदि जिनके पास लक्ष्य था,तो सफलता के प्रति तीव्र इक्षा नहीं थी उनके अंदर। संतुस्ट हो गए थे वे अपनी लाइफ से। या फिर गलत रस्ते पर चल रहे थे। मैं ये नहीं बोलता की उनके साथ अच्छा हुआ। मैं तो यह कहना चाहूंगा की हमारे पास ऐंसा तरीका है जिसकी मदद से आपके साथ कोई भी अप्रिय घटना नहीं हो सकती। 99.99% भरोषा है मुझे इस सिद्धांत पर।
100 बात की एक बात बोलता हूँ यदि आपके पास लक्ष्य है। और उस लक्ष्य को पाने की तीव्र इक्षा है। आपको भगवान भी नहीं मार सकता। क्योकि ऐंसे लोगों की सारि कायनात मदद करती है। चैंपियन होते हैं ये सब। तो आपको भी बनना है चैम्पियन जो की मौत को भी मात देते हैं। आप सही रह पर हैं ऐंसे ही चैम्पियंस को पैदा करती है हमारी दुनिया,सपनो की दुनिया।
तो आपको सबसे पहले अपनी लाइफ का होल लाइफ गोल सेट करना है। ये आपका गोल आपको अपना नाम बनाने का मौका देगा। जिसे दुनिया भूल नहीं पायेगी लम्बे समय तक। पहले तो हम ये देखते हैं की आप कौन से गोल सेट करें जिनसे दुनिया आपके नाम को कभी भी भूल नहीं पायेगी। आप ये गोल सेट कर सकते हैं।
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